नई दिल्ली। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को अपना कार्यभार संभाला। उन्होंने कहा कि वे वकीलों के मेडिकल बीमा के प्रावधानों में तेजी लाने और दूरदराज के क्षेत्रों में काम करने वाले वकीलों को मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए काम करेंगे। प्रसाद ने कहा कि मंत्रालय वकीलों की कार्यस्थिति को बेहतर बनाने के लिए सक्रिय ढंग से काम करेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस वर्ष फरवरी में विभिन्न राज्यों के वकीलों ने अपने कल्याण के लिए केंद्रीय बजट में 5000 करोड़ रुपए आवंटित करने की मांग की थी। बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने देशव्यापी बंद बुलाया था। बीसीआई के अनुसार वकीलों को चैंबर, सुविधा, आवास, पुस्तकालय, ई-लाइब्रेरी और मेडिकल बीमा की जरूरत है।
आम चुनाव से पहले कानून मंत्रालय ने वकीलों के मेडिकल बीमा के लिए एक समिति गठित की थी। समिति का काम बीमा योजना का ढांचा तैयार करना और उसके बाद वकीलों के लिए एक समग्र योजना विकसित करना था। समिति को शुरुआती चर्चा के बाद रिपोर्ट दाखिल करना है।
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