नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को रवांडा में किगाली नरसंहार स्मारक गए। पूर्वी अफ्रीकी देश में तुत्सी लोगों के खिलाफ 1994 में हुए नरसंहार के दौरान मारे गए 2,50,000 से अधिक लोगों को यहीं दफनाया गया था। तत्कालीन बहुमत वाली हुतु सरकार ने 100 दिनों के अंदर तुत्सी समुदाय के लाखों लोगों की हत्या कर दी थी। इससे पहले राजधानी किगाली में रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागमे ने पीएम मोदी का स्वागत किया। इस दौरान पीएम ने कैगम से कई मुद्दों पर बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच खासकर व्यापार और कृषि क्षेत्र में सहयोग मजबूत करने के उपायों पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने रवांडा के राष्ट्रपति को तोहफे में 200 गायें भी दीं। वहीं, रवांडा के लिए 20 करोड़ डॉलर के कर्ज की पेशकश भी की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भारत ने कई औद्योगिक पार्क के विकास और रवांडा में किगाली विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) के लिए 10 करोड़ डॉलर और कृषि के लिए 10 करोड़ डॉलर का कर्ज देने की पेशकश की। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री का यह पांच दिन का दौरा है। रवांडा के बाद पीएम युगांडा पहुंचेंगे फिर वहां से दक्षिण अफ्रीका जाएंगे। दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में उन्हें ब्रिक्स (बांग्लादेश, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका संगठन) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेना है।
रवांडा के राष्ट्रपति कागमे के साथ बातचीत के बाद मोदी ने घोषणा की है कि भारत जल्द वहां अपना दूतावास खोलेगा। रवांडा में मीडिया को दिए गए संयुक्त बयान में मोदी ने कहा, हमलोग रवांडा में एक उच्चायोग खोलने जा रहे हैं। इससे दोनों देशों की संबंधित सरकारों के बीच न सिर्फ संवाद स्थापित होगा, बल्कि वाणिज्य संबंधी, पासपोर्ट, वीजा के लिए सुविधाएं भी सुनिश्चित होंगी। पीएम मोदी ने कहा, यह हमारे लिए गौरव की बात की है कि भारत रवांडा की आर्थिक विकास की यात्रा में उसके साथ खड़ा है। उन्होंने कहा, भारत रवांडा के विकास में सहयोग जारी रखेगा।
शराब घोटाला मामला: केजरीवाल की ED हिरासत पर फैसला अदालत ने सुरक्षित रखा
हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा
मुजफ्फरनगर में पहले लगता था कर्फ्यू, अब निकल रही कांवड़ यात्रा : योगी
Daily Horoscope