नई दिल्ली। लोकसभा में राफेल लड़ाकू विमान सौदे और कावेरी जल विवाद सहित विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष के विरोध के बीच सदन की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई। पहले स्थगन के बाद दोपहर को जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, कांग्रेस, एआईएडीएमके और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सांसद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सुमित्रा महाजन ने गुस्साए सांसदों से शून्यकाल चलाने का आग्रह किया लेकिन सांसदों का विरोध जारी रहा। हंगामे के बीच महाजन ने कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खडग़े से बोलने को कहा। इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान सुमित्रा महाजन ने खडग़े को बोलने की अनुमति नहीं दी थी। वह संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) और राफेल विमानों की खरीद पर कुछ कहना चाहते थे।
पहले स्थगन के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, खडग़े उस समय सदन में मौजूद नहीं थे।
इसके बाद आम आदमी पार्टी (आप) सांसद भगवंत मान को बोलने की अनुमति दी गई। उन्होंने सदन से 17वीं सदी में सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के चार बेटों के निधन पर संवेदना व्यक्त करने का आग्रह किया और कहा कि उनके बलिदान को याद रखा जाए।
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन, शिरोमणि अकाली दल के प्रेम ङ्क्षसह चंदूमाजरा और भाजपा सांसद एस.एस.आहलुवालिया ने भी मुद्दे को उठाते हुए सदन से दो मिनट का मौन बनाए रखने का आग्रह किया।
सुमित्रा महाजन ने सदन की ओर से संवेदना जताते हुए कहा, ‘‘यह सिख धर्म या किसी विशेष धर्म से जुड़ा हुआ नहीं है। गुरु गोबिंद सिंह के दो बेटों ने छह और चार साल की आयु में अपना जीवन बलिदान कर दिया था। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।’’
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