नई दिल्ली। पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायु सेना के विमानों के मुजफ्फराबाद सेक्टर में नियंत्रण रेखा पार करने से पहले, सियालकोट-लाहौर और ओकारा-बहावलपुर क्षेत्रों में सीमा पर पहुंचीं दो और टीमें वहां निगरानी कर रही पाकिस्तानी वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के बाद वहीं से लौट गईं। मंगलवार सुबह भारतीय लड़ाकू विमानों के नियंत्रण रेखा पार जाने की खबर सबसे पहले देने वाले इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिर गफूर ने भारतीय दावों का जवाब देने के लिए शाम को संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जवाबी कार्रवाई से सामान्य इनकार के अलावा उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र के बाद परमाणु कमान प्राधिकरण की बैठक बुलाई है।
अचानक प्रतिक्रिया देने के सवाल पर पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि भारतीय वायुसेना की घुसपैठ को प्रभावी ढंग से रोका गया।
भारत ने जहां इस अभियान की विस्तृत जानकारी नहीं दी है, वहीं मेजर जनरल गफूर ने भारतीय मीडिया के उन दावों को खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि भारतीय वायुसेना के विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में 20 मिनट तक रहे।
उन्होंने दावा किया कि मुजफ्फराबाद में नियंत्रण रेखा पार करने वाली भारतीय वायुसेना के विमानों की टीम सीमा पर पहुंचने वाली टीमों में सबसे मजबूत थी। इसे तंगधार मार्ग पर रोका गया और यह लड़ाई मुश्किल से 4-5 मिनट चली। अधिकारी ने हालांकि माना कि भारतीय लड़ाकू विमानों ने चार बम गिराए जो खैबर पख्तूनख्वा के बालकोट में गिरे।
--आईएएनएस
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