राहुल ने बताया कि समान विचार वाली 20 राजनीतिक पार्टियों के साथ मीटिंग
हुई और देश के सियासी हालात की समीक्षा की गई। मोदी सरकार की जनविरोधी
नीतियों के खिलाफ लडऩे के लिए योजना तैयार की गई।
बैठक में सोनिया व राहुल
के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राकांपा प्रमुख शरद पवार,
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल, गुलाम नबी
आजाद और रणदीप सुरजेवाला, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा,
झामुमो नेता व झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राकांपा के प्रफुल्ल
पटेल, राजद के मनोज झा, नेशनल कांफ्रेस के हसनैन मसूदी और रालोद के अजित
सिंह मौजूद थे।
साथ ही आईयूएमएल के पी के कुन्हालीकुट्टी, लोकतांत्रिक जनता
दल के शरद यादव, पीडीपी के मीर मोहम्मद फैयाज, जद (एस) के डी कुपेंद्र
रेड्डी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी, रालोसपा के उपेंद्र
कुशवाहा भी उपस्थित थे।
Politics At Peak : अमेठी में कांग्रेस नेता सुबह भाजपा में गए, शाम को घर वापसी
वोटिंग ऑफर : अंगुली पर लगी नीली स्याही दिखाकर दो दिन 50 प्रतिशत तक की छूट ले सकेंगे मतदाता
भाजपा उम्मीदवारों को जनता समझती है, वोट की चोट से देगी जवाब : दिग्विजय चौटाला
Daily Horoscope