नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को दो पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला पर जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) लगाने पर भाजपा नेतृतव वाली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि वे अलगाववादियों के खिलाफ खड़े थे और उन्होंने कभी भी हिंसा और विभाजन का समर्थन नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों नेताओं को रिहा कर देना चाहिए और बिना किसी आधार के उन्हें बंदी बनाकर नहीं रखा जाना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रियंका ने कई ट्वीट के माध्यम से कहा कि किस आधार पर महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला पर पीएसए लगाया गया है? उन्होंने भारत के संविधान को बरकरार रखा, लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन किया, अलगाववादियों के खिलाफ खड़े रहे और कभी भी हिंसा और विभाजन का समर्थन नहीं किया।"
महासचिव ने आगे कहा कि वे रिहा किए जाने के लायक हैं, न कि बिना किसी आधार के बंदी बनाए जाने के लायक हैं।
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