अगरतला/ नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
ने रविवार को कहा कि देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र की उपेक्षा की गई। उनके
मुताबिक देश के समग्र विकास के टुकड़ों में देखा जाता है, लेकिन इसे
राजनीतिक चश्मे से देखा जाता रहा।
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पूर्वोत्तर क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही उपेक्षा का जिक्र
करते हुए मोदी ने कहा कि पहले देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों से हमारी
नदियां पूर्व की ओर आती थीं, लेकिन विकास की गंगा यहां (पूर्वोत्तर)
पहुंचने से पहले रुक जाती थीं।
उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और कनेक्टिविटी में सुधार करके इस क्षेत्र की विशाल क्षमता को उजागर किया जाएगा।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि क्षेत्र में किए जा रहे कार्य देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
मोदी
ने दिल्ली से अपने वर्चुअल भाषण के दौरान प्रधान मंत्री आवास
योजना-ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत घरों के निर्माण के लिए त्रिपुरा के
कुल 1.47 लाख लाभार्थियों के सीधे बैंक खाते में पहली किस्त के रूप में 709
करोड़ रुपये ट्रांसफर करने के बाद कहा कि आज, देश के विकास को 'एक भारत
(एकजुट भारत)' की भावना के साथ देखा जाता है।
पिछली त्रिपुरा
सरकारों का नाम लिए बिना, प्रधान मंत्री ने पहले की प्रणाली की आलोचना की,
जिसमें लाभार्थियों को बिना रिश्वत दिए कोई लाभ नहीं मिल पाता था।
उन्होंने
कहा: आज देश का विकास 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना से देखा जाता है।
विकास को अब देश की एकता-अखंडता का पर्याय माना जाता है।
कुछ प्रधान
मंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों - अनीता कुकी देबबर्मा, सोमा
मजूमदार, कादर बिया और समीरन नाथ के साथ बातचीत के बाद, मोदी ने कहा कि जब
से उनकी सरकार सत्ता में आई है, गरीब और आदिवासी वर्ग का कल्याण उसकी
सर्वोच्च प्राथमिकता रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य लाभार्थियों को बिना किसी परेशानी या बिचौलिए के योजना का लाभ दिलाना है।
त्रिपुरा
के उपमुख्यमंत्री जिष्णु देव वर्मा के अनुसार, प्रधान मंत्री के हस्तक्षेप
के बाद, त्रिपुरा की अनूठी भू-जलवायु स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राज्य
के लिए विशेष रूप से 'कच्चा' घर की परिभाषा बदल दी गई है, जिससे इतनी बड़ी
संख्या में लाभार्थियों को सक्षम किया गया है। पक्का मकान बनाने में
सहायता पाने के लिए कच्चे मकानों में रह रहे हैं।
त्रिपुरा के
मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की प्रशंसा करते हुए, मोदी ने कहा: राज्य में
बिप्लब देब की सरकार और केंद्र में सरकार राज्य की प्रगति को आगे बढ़ाने
के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधान मंत्री ने कहा कि जो सोच त्रिपुरा को गरीब
रखती है, लोगों को रखती है सुख-सुविधाओं से दूर त्रिपुरा का आज त्रिपुरा
में कोई स्थान नहीं है।
प्रधान मंत्री ने कहा, अब डबल इंजन सरकार पूरी ताकत और ईमानदारी से राज्य के विकास में लगी हुई है।
प्रधान मंत्री ने देश के विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत की आत्मविश्वासी 'नारी शक्ति' का जिक्र किया।
मोदी
ने कहा, इस नारी शक्ति के एक प्रमुख प्रतीक के रूप में, हमारे पास महिला
स्वयं सहायता समूह भी हैं। इन एसएचजी को जन धन खातों से जोड़ा गया है। ऐसे
समूहों के लिए उपलब्ध संपाश्र्विक मुक्त ऋण को दोगुना कर 20 लाख रुपये कर
दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश हर साल 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को 'आदिवासी गौरव दिवस' के रूप में मनाएगा।
केंद्रीय
ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय सामाजिक
न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री प्रतिमा भौमिक, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री,
उपमुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य रेबती त्रिपुरा भी इस कार्यक्रम में शामिल
हुए।
--आईएएनएस
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