इस संबंध में प्रदर्शनकारी महिलाओं से आईएएनएस ने बात की। एक महिला ने कहा
कि बच्चों के पेपर हैं। वहीं एक अन्य महिला का कहना है कि कई लोग बीमार पड़
गए हैं, जिसकी वजह से कुछ महिलाएं यहां पूरा दिन मौजूदगी दर्ज नहीं करा
पातीं और वे कुछ वक्त निकालकर शाम के समय ही पहुंच पा रही हैं।
कुछ
लोगों को यहां यह भी कहना है कि प्रदर्शन स्थल पर अब लोग थकने लगे हैं,
जिसकी वजह से जितने भी पुराने लोग यहां आकर विरोध प्रदर्शन करते थे, वे सभी
अब नजर नहीं आते। जाहिर-सी बात है कि शाहीन बाग के अंदर कई गुट बन गए हैं,
जिनके बीच प्रदर्शन की अगुवाई को लेकर विवाद है। लोगों में यह होड़ है कि
इस प्रदर्शन की अगुवाई कौन करेगा।
कई बार यह भी देखा गया है कि यहां महिलाओं व पुरुषों के विचार नहीं मिलते, जिसकी वजह से भी आपसी मतभेद देखने को मिलता है।
--IANS
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