नई दिल्ली। मारियुपोल के मेयर वादिम बॉयचेंको ने कहा कि मारियुपोल को रूसी कब्जे वाले बल लगातार 8 दिनों से घेरे हुए हैं। शहर में बिजली, पानी या संचार सुविधा नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मारियुपोल नागरिकों को निकालने और मानवीय सहायता लाने के लिए 'गलियारे' के लिए तीन दिनों से इंतजार कर रहा है।
उक्रेइंस्का प्रावदा के मुताबिक, बॉयचेंको ने शिकायत की कि जैसे ही शहर के अधिकारियों ने निकासी को व्यवस्थित करने का प्रयास किया, कब्जे वाले अपने उद्देश्यों के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कहा, "हम उन स्थानों पर लोगों को इकट्ठा कर रहे हैं, जहां गोलाबारी शुरू होने से पहले हम जगह खाली करने के लिए तैयार हैं। सबसे बुरी बात यह है कि इस समय रूसी सैनिकों का सामरिक पुनर्गठन शुरू हो रहा है ताकि वे अधिक लाभप्रद जगहों पर कब्जा कर सकें।
मेयर ने कहा, "उदाहरण के लिए कल जब शहर की रक्षा करने वाले हमारे नायकों ने गलियारा खोला और उन्होंने वास्तव में शहर का प्रवेश द्वार खोला, रूसियों ने मारियुपोल पर एक टैंक अग्रिम शुरू किया। नतीजतन, लड़ाई छिड़ गई और निकासी रद्द कर दी गई।"
रूसी सैनिकों की कार्रवाइयों के कारण, जापोरिजि़या से एक मानवीय काफिला भी शहर में प्रवेश करने में असमर्थ था।
इससे पहले, अस्थायी रूप से कब्जे वाले क्षेत्रों की एकीकरण मंत्री इरीना वीरेशचुक ने कहा था कि रूसी सेना ने मारियुपोल और वोल्नोवाखा से निकासी मार्गो पर गोलीबारी जारी रखी थी।
उक्रेइंस्का प्रावदा ने बताया कि मेलिटोपोल के टीवी और रेडियो संचार टावर वर्तमान में रूसी सेना के नियंत्रण में हैं।
मेलिटोपोल के मेयर इवान फेडोरोव ने कहा, "शहर के टीवी टॉवर और रेडियो संचार टावर मेलिटोपोल शहर के कब्जेदारों के नियंत्रण में हैं। यही कारण है कि जानकारी न तो रेडियो स्टेशनों के माध्यम से प्रसारित की जाती है, न ही हमारी वीडियो सामग्री मेरे या शहर की कार्यकारी समिति के नियंत्रण में है।"
--आईएएनएस
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