नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच
एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में पिछले साल हुए
आतंकी हमले के संबंध में सातवीं गिरफ्तारी की है। हमले में सीआरपीएफ के 40
जवान शहीद हो गए थे।
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पुलवाला जिले के काकापोरा इलाके के हाजीबल निवासी बिलाल अहमद कुची
को पुलवामा हमले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की मदद करने और लॉजिस्टिक
सपोर्ट मुहैया कराने के लिए पांच जुलाई को हिरासत मे लिया गया।
कुची को सोमवार को जम्मू में एनआईए की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 10 दिनों के रिमांड पर दे दिया गया।
एनआईए
के अनुसार, हमले के मुख्य साजिशकर्ता कुची के घर में रुके हुए थे और उसने
अन्य ओवरग्राउंड वर्कर्स से उनका परिचय कराया था। ओवरग्राउंड वर्कर्स ने
उन्हें सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराया और हमले की साजिश रचने में मदद की।
कुची
एक आरा मशीन संचालित करता है और वह जैश के आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए
गए मोबाइल फोन को उपलब्ध कराने का आरोपी है। उन मोबाइल फोन से आतंकियों ने
पाकिस्तान स्थित जैश नेतृत्व और साजिश को अंतिम रूप देने और उसे
क्रियान्वित करने के लिए आपस में संपर्क करने के लिए किया था।
एनआईए
ने कहा कि मोबाइल फोन को इस्तेमाल आदिल अहमद डार का वीडियो क्लिप रिकार्ड
करने के लिए भी किया गया था, जो हमले के बाद वायरल हुआ था।
उल्लेखनीय
है कि 14 फरवरी, 2019 को सुरक्षाकर्मियों के एक काफिले पर जम्मू-श्रीनगर
राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुलवामा जिले के लेथपोरा में एक आत्मघाती हमला किया
गया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे।
--आईएएनएस
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