नई दिल्ली। सीआरपीएफ के जवानों पर साल 2017 में हुए हमले में शामिल जैश-ए-मोहम्मद (जेआईएम) के आतंकवादियों पर शिकंजा कसते हुए शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने एक आतंकवादी की संपत्ति कुर्क कर दी है। यह मामला दिसंबर 2017 में जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर हमले से संबंधित था, जिसमें 5 सैनिक मारे गए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एनआईए के एक अधिकारी ने कहा कि एजेंसी ने हमले के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में इरशाद अहमद रेशी के आवासीय परिसर को 'आतंकवाद की कार्यवाही' के रूप में जब्त किया है। आतंकवाद-रोधी जांच एजेंसी ने उसके घर के बाहर एक आदेश चिपकाया है, जिसमें लिखा है, "यह विश्वास हो चुका है कि संपत्ति का इस्तेमाल जेईएम की आतंकवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाने में किया गया है।"
रेशी को एनआईए ने 14 अप्रैल, 2019 को गिरफ्तार किया था। वह पुलवामा जिले के रत्नीपोरा इलाके के नजीर अहमद रेशी का बेटा है। एनआईए के अनुसार, रेशी जेईएम आतंकी संगठन का सक्रिय ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) है। पिछले साल उसकी गिरफ्तारी के बाद, एनआईए ने कहा था कि रेशी की भूमिका महत्वपूर्ण साजिशकर्ता के रूप में पाया गया, जिसने आतंकवादियों को शरण देने और परिवहन करने और सीआरपीएफ समूह केंद्र की टोह लेने के रूप में लॉजिस्टिक सहायता दी।
एनआईए ने पिछले साल अगस्त में अवंतीपोरा के लेथपोरा के फैयाज अहमद मगरे, अवंतीपोरा के दार गनई गुंड निसार अहमद तांत्रे, पुलवामा के रत्नीपोरा के सैयद हिलाल अंद्राबी और पुलवामा के रत्नीपोरा के इरशाद अहमद रेशी पर भिन्न वर्गो के तहत चार्जशीट दायर की थी।
एनआईए ने कहा कि दिसंबर 2017 के दूसरे सप्ताह के दौरान लेथपोरा में सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर की टोह लेने में नूर मोहम्मद तांत्रे व अन्य आरोपी शामिल थे।
--आईएएनएस
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