नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 2018 में आत्महत्या करने वाले 10,349 व्यक्तियों
में से 4,586 कृषि मजदूर थे। एनसीआरबी के आंकड़ों में कहा गया है कि 2018
में देश में कृषि क्षेत्र में आत्महत्या करने वालों की संख्या कुल
आत्महत्या करने वालों (1,34,516) की 7.7 फीसदी रही। भारत में जहां 2017 में
1,29,887 आत्महत्याएं हुई थी, वहीं 2018 में इनकी संख्या बढक़र 1,34,516 हो
गई।
आत्महत्या की दर भी जहां 2017 में 9.9 फीसदी थी, वह 2018 में बढक़र
10.2 फीसदी हो गई है। 2017 में कुल 10,655 किसानों की आत्महत्याएं दर्ज की
गईं। वर्ष 2018 में पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा, उत्तराखंड, मेघालय, गोवा,
चंडीगढ़, दमन और दीव, दिल्ली, लक्षद्वीप और पुदुचेरी में किसान या खेती से
जुड़े और खेतिहर मजदूरों द्वारा कोई भी आत्महत्या दर्ज नहीं की गई।
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