नई दिल्ली। क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिद्धू को बुधवार को दिल्ली पुलिस ने उस समय रोक दिया जब वह पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में जंतर-मंतर पर होने वाले 'रिले धरना' में भाग लेने के लिए दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे। रिले का मकसद किसानों की समस्याओं और माल गाड़ियों की तत्काल बहाली जैसे मुद्दों को प्रकाश में लाना था। हालांकि, सिंघू सीमा पर गर्म बहस के बाद, सिद्धू और उनके कैवल्केड को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। उनके साथ कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा वारिंग भी थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसी तरह, पंजाब के अन्य विधायकों को दिल्ली में प्रवेश मार्ग पर रोका गया।
बाद में सिद्धू ने मीडिया को बताया कि वह किसानों से संबंधित रिले में भाग लेने के लिए दिल्ली आए हैं।
केंद्र के कृषि कानूनों को 'संघीय ढांचे पर हमला' बताते हुए, सिद्धू ने कहा कि ये काले कानून किसान समुदाय और कृषि अर्थव्यवस्था से जुड़े अन्य लोगों को बर्बाद कर देंगे।
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार हमारे किसानों के अधिकारों को लूट रही है।"
मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि वह बुधवार को राजघाट पर कांग्रेस के विधायकों के एक रिले 'धरना' की अगुवाई करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों द्वारा नाकाबंदी में ढील देने के बावजूद भारतीय रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के परिचालन की अनुमति नहीं देने के कारण पंजाब कोयला, यूरिया और डीएपी और अन्य जरूरी चीजों की आपूर्ति नहीं होने के संकट से जूझ रहा है।
--आईएएनएस
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