दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2019 के लिए सातवें चरण का मतदान संपन्न होने के बाद नमो टीवी गायब हो गया। न्यूज और म्यूजिक चैनलों के बीच आपके टीवी स्क्रीन पर नजर आने वाले नमो टीवी का डीटीएच प्लेटफॉर्म से रहस्यमय तरीके से गायब होना चर्चा का विषय बन गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस नमो टीवी को लेकर लगातार विपक्ष निशाना साधाता रहा। लेकिन ना तो सुप्रीम कोर्ट और ना ही चुनाव आयोग से नमो टीवी को लेकर विपक्ष को लेकर कोई राहत मिल सकी।विपक्ष ने इस चैनल को सरकार का भोंपू चैनल बता दिया था।
साथ ही सवाल उठाए कि सूचना प्रसारण ने इस चैनल को किस तरह अनुमति दी। इस पर सूचना प्रसारण मंत्रालय का जवाब आया कि यह विज्ञापन चैनल है। यह फ्री टू एयर चैनल था और इसे देखने के लिए दर्शकों को किसी तरह का पैसा नहीं देना पड़ रहा था। और पूरे देश में यह चैनल दिखा।
वहीं विवाद बढ़ा तो चुनाव आयोग ने जब केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी तो पता चला कि इसके प्रसारण का खर्चा भाजपा उठा रही है।
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