नई दिल्ली। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इससे पहले कैबिनेट की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नकवी के योगदान की सराहना की। इससे पहले बुधवार को ही दोपहर में नकवी ने भाजपा मुख्यालय जाकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा से भी मुलाकात की थी।
दरअसल, केंद्रीय मंत्री होने के साथ ही मुख्तार अब्बास नकवी राज्यसभा में उपनेता का भी दायित्व संभाल रहे थे। उनका राज्यसभा का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है, लेकिन इस बार पार्टी ने उन्हें किसी भी राज्य से राज्यसभा में नहीं भेजा और ऐसे में मंत्री पद से उनका इस्तीफा तय ही माना जा रहा था।
मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद एक बार फिर से उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि औपचारिक तौर पर पार्टी या सरकार की तरफ से उनकी भविष्य की भूमिका को लेकर कुछ नहीं बताया जा रहा है। लेकिन सूत्रों की माने तो पार्टी या सरकार की तरफ से जल्द ही उन्हें बड़ी भूमिका देने की घोषणा की जा सकती है।
बता दें कि भाजपा के सहयोगी दल जेडीयू कोटे से मंत्री बने आर. सी. पी. सिंह का कार्यकाल भी 7 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनका इस्तीफा देना भी तय माना जा रहा है। कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री ने नकवी के साथ-साथ उनके योगदान की भी सराहना की थी।
--आईएएनएस
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