नई दिल्ली। केंद्र ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि पिछले दो वर्षों में आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई योजना के तहत करीब 8.3 लाख कोविड मरीजों का इलाज किया गया है। एक लिखित उत्तर में, स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने कहा, "पिछले दो वर्षों में आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई के तहत लगभग 8.3 लाख कोविड-19 मामलों (मरीजों) का इलाज किया गया है।"
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उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत कोविड-19 के इलाज के लिए पिछले दो वर्षों में, लगभग 8.3 लाख मरीजों को अस्पताल में भर्ती के लिए अधिकृत किया गया है। यह एनएचए आईटी प्लेटफॉर्म पर रिकॉर्ड की गई ट्रांजेक्शन के साथ-साथ राज्यों द्वारा अपने आईटी सिस्टम का उपयोग करके साझा की गई जानकारी के संबंध में है।
उनमें से कुछ ने आयुष्मान भारत पीएमजेएवाई पारिस्थितिकी तंत्र का उपयोग किया, जिसमें एनएचए का आईटी प्लेटफॉर्म भी शामिल है, वहीं अन्य ने अपने स्वयं के आईटी सिस्टम का उपयोग किया। इसलिए, एबी-पीएमजेएवाई के सामान्य और कोविड-19 विशिष्ट पैकेज दोनों में कोविड-19 उपचारों का लाभ उठाया गया।
इस योजना के तहत, उपचार पैकेजों को समेकित रूप में रखा गया है और इसमें उपचार के सभी पहलूओं को कवर किया गया है, जिसमें दवाएं, ऑक्सीजन और स्कीम के तहत उपचारित रोग की विशिष्ट नैदानिक सेवाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को स्थानीय आवश्यकता के अनुसार विशेषकर कोविड-19 के उपचार के लिए पैकेजों को अपने हिसाब से रखने की छूट दी गई है।
पवार ने यह भी बताया कि वित्त मंत्रालय द्वारा निर्धारित फंडिंग पैटर्न के अनुसार भारत सरकार द्वारा राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों की सरकार को निधियों का केंद्रीय हिस्सा जारी किया जाता है।
--आईएएनएस
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