नई दिल्ली । लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी मिल गई है। सोमवार देर रात लोकसभा में इस बिल के पक्ष में 311 वोट मिले, जबकि विपक्ष में सिर्फ 80 ही वोट पड़े । अब बुधवार को राज्यसभा में यह बिल पेश किया जायेगा। इसके लिए भाजपा ने अपने राज्यसभा सांसदों के लिए व्हिप जारी किया है। भारतीय जनता पार्टी राज्यसभा से भी इस बिल को पास होने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वहीं लोकसभा में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जो पार्टी बोट बैंक के लिए घुसपैठियों को शरण देना चाहता है, हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। रोहिंग्या को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा।
शाह ने कहा, किसी भी रिफ्यूजी पॉलिसी को भारत ने स्वीकार नहीं किया है। पारसी भी प्रताड़ित होकर ईरान से भारत आए थे, कांग्रेस ने जिन्ना की टू नेशन थ्योरी क्यों मानी?
उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल किसी भी धर्म के प्रति भेदभाव नहीं करता है। यह बिल एक सकारात्मक भाव लेकर आया है उन लोगों के लिए जो भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित है। प्रताड़ित शरणार्थी होता है, घुसपैठिया नहीं होता। बिल में संविधान के अनुच्छेद 14, 21, 25 का उल्लंघन नहीं है।
अमित शाह ने कहा, 1947 में पाकिस्तान में 23 फीसदी हिंदू थे मगर वहीं साल 2011 में ये आकंड़ा घटकर 3.4 फीसदी रह गए। पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए भारत मूकदर्शक नहीं बन सकता।
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