नई दिल्ल्ली। पाकिस्तान अपने नापाक मंसूबों से बाज नहीं आ रहा है। देश में
आतंकवादी घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। एक के बाद एक सैनिक मारे जा रहे हैं।
पिछले साल 29 सितंबर को पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करके प्रधानमंत्री
मोदी ने सबको चौंका दिया था। पाकिस्तान की बढ़ती नापाक हरकतों से इसके फिर
से चांस बन रहे हैं। देश में अगले साल लोकसभा चुनाव हैं। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्ष एकजुट है। ऐसे में विपक्ष की एकजुटता को
तार-तार करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक लोकसभा चुनाव जीतने का बड़ा हथियार
साबित हो सकता है। ऐसे में इस बात की प्रबल संभावना है कि सर्जिकल स्ट्राइक
की सालगिरह पर हमारे शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि और देशवासियों के
पाकिस्तान के प्रति आक्रोश को शांत करने का दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक बेहतर रास्ता
बन सकती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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