नई दिल्ली। सर्वोच्च अदालत सोमवार को दुष्कर्म के आरोपी केरल के मलंकारा ऑर्थोडॉक्स चर्च के दो पादरियों में से एक की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गई है। मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए.एम. खानविलकर और न्यायमूर्ति डी.वाई चंद्रचूड़ की पीठ मंगलवार को सोनी (अब्राहम) वर्गीस की याचिका पर सुनवाई करेगी। इस मामले में अन्य आरोपी फादर जेस के. जॉर्ज सोमवार को याचिका दायर करेंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वर्गीस ने केरल उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती दी है जिसमें उनके सहित तीन पादरियों को अग्रिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। मलंकरा ऑर्थोडॉक्स चर्च में नियमित रूप से जाने वाली एक महिला ने पांच पादरियों पर लगभग एक दशक से उसके साथ यौन उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया है। पीडि़ता के पति ने शिकायत दर्ज कराई कि पांच पादरियों ने उनकी पत्नी का यौन उत्पीडऩ किया।
शुरुआत में इन पादरियों में सिर्फ एक पादरी महिला का उत्पीडऩ कर रहा था लेकिन जब पीडि़ता ने अन्य पादरी से मदद मांगी तो उस पादरी ने भी महिला को धमकी दी और अन्य पादरियों के साथ मिलकर महिला का यौन उत्पीडऩ किया। इस तरह महिला पांचों पादरियों के चंगुल में फंस गई। पीडि़ता ने सिर्फ चार ही नामों का उल्लेख किया है इसलिए एक पादरी कार्यवाही से बचा हुआ है। राष्ट्रीय महिला आयोग मामले पर नजर बनाए हुए है।
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