नई दिल्ली। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने रविवार को कहा कि राज्य का दर्जा नहीं होना काम नहीं करने का बहाना नहीं हो सकता। शीला की इस टिप्पणी पर आप नेता और शीला के परवर्ती अरविंद केजरीवाल ने उन्हें चुनौती दी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में राजधानी में सरकार चलाकर दिखाएं। आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाए जाने के बाद दीक्षित ने यहां मीडिया से कहा कि जब तक संविधान में बदलाव नहीं होता, तबतक दिल्ली आंशिक रूप से केंद्र द्वारा शासित ही रहेगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, ‘‘अब जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं, वे (आप) अधिकारों की कमी के बारे में बात कर रहे हैं। यह सिर्फ एक बहाना है। वह राज्य के मुद्दों और संविधान के बारे में जानते थे।’’शीला ने कहा, ‘‘दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का एकमात्र तरीका संविधान में बदलाव है। अगर वे ऐसा करने में सक्षम हैं, तो ठीक है। नहीं तो दिल्ली केंद्र सरकार द्वारा आंशिक रूप से शासित एक केंद्र शासित क्षेत्र है और रहेगी।’’
दीक्षित को 2013 में हराने वाले और 2015 में दोबारा सत्ता में आने वाले केजरीवाल ने कहा कि लोग पानी और बिजली बिलों के साथ साथ सरकारी स्कूलों व अस्पतालों के मुद्दों पर दीक्षित से नाराज थे।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘हमने सभी चीजों को सही किया। आपके शासनकाल के दौरान, आपकी अपनी पार्टी केंद्र में थी। आपका खुद का अपना राज्यपाल था। मैं आपको मोदी राज के अंतर्गत एक साल दिल्ली को चलाने की चुनौती देता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और कृपया आप अपने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री से बात कीजिए। कृपा करके आप यह ज्ञान उन्हें भी दीजिए।’’
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