पार्थसारथी ने कहा, "सुझाव के रूप में अभी तक कुछ भी नहीं है और
कुछ भी नहीं बदला गया है। मुझे नहीं लगता कि व्यक्तिगत घटनाएं इस
(पाकिस्तान सेना) में बदलाव लाएंगी।"
उन्होंने कहा, "उनकी
महत्वाकांक्षाएं और भावनाएं 1971 के बांग्लादेश युद्ध की हार और कारगिल
घुसपैठ की उनकी विफलता के रूप में सामने आती हैं, जिसने दोनों ही मामलों
में उन्हें अपने लोगों और दुनिया की नजर में कम कर दिया है।"
वर्तमान
इमरान खान सरकार के बारे में बोलते हुए, पार्थसारथी ने कहा कि यह
पाकिस्तान के भीतर 'एक चयनित सरकार है न की एक चुनी हुई सरकार। उन्होंने
कहा कि इसे सेना द्वारा देश पर शासन करने के लिए चुना गया है।
--आईएएनएस
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