नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) प्रशासन ने हाल ही में लागू किए गए अनिवार्य उपस्थिति के फैसले के विरोध में व्याख्यानों के बहिष्कार के छात्रसंघ के आह्वान को विफल करने के लिए कई स्कूलों के बाहर गार्ड तैनात कर दिए हैं। प्रशासन ने परिसर की सुरक्षा एजेंसी को पत्र लिखकर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड तैनात करने को कहा है, ताकि हड़ताली विद्यार्थी कक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को रोक नहीं सकें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जेएनयूएसयू (जेएनयू छात्र संघ) ने 15 जनवरी को हड़ताल का आह्वान कर रखा है। अतीत में इस तरह के मौके पर वे विद्यार्थियों के संबंधित कक्षाओं व स्कूल के भवन में आने-जाने पर जबर्दस्ती रोक लगाते रहे हैं। रजिस्ट्रार के पत्र में कहा गया है, ‘‘इस वजह से पर्याप्त संख्या में सुरक्षा गार्ड (पुरुष व महिला) की तैनाती करने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी विद्यार्थी या प्राध्यापक के प्रवेश को हड़तालियों द्वारा जबर्दस्ती नहीं रोका जाए। सामान्य पोशाक में भी कुछ गार्डों की तैनाती का निर्देश दिया गया है और कुछ भी उपद्रव होने पर उसकी वीडियोग्राफी करने का निर्देश दिया गया है।’’
जेएनयूएसयू की अध्यक्ष गीता कुमारी ने आईएएनएस से कहा कि हड़ताल सफलतापूर्वक व शांति के साथ जारी है और बहुत से विद्यार्थियों ने खुद से कक्षाओं में जाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम स्कूलों के बाहर खड़े रहे और विद्यार्थियों से कक्षाओं में भाग नहीं लेने को कहा। बहुत से विद्यार्थियों ने व्याख्यानों का बहिष्कार किया... गार्ड के साथ कोई लड़ाई नहीं हुई, लेकिन यह पहली बार है कि गार्डों ने कहा कि हम हड़ताल नहीं होने देंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि वे चाहते हैं कि कुछ विवाद हो, क्योंकि वे पूरे समय हमारी वीडियो रिकार्डिंग कर रहे थे।’’
--आईएएनएस
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