मुम्बई । नेशनल स्टॉक एक्सचेंज
(एनएसई) की पूर्व प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा
रामकृष्ण के आवास पर आयकर अधिकारियों ने गुरुवार को छापा मारा।
आईटी की छापेमारी अभी भी जारी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चित्रा रामकृष्ण एक अज्ञात योगी
के साथ एनएसई की गुप्त जानकारियां साझा करने के आरोपों से घिरी हैं।
उन्होंने सेबी द्वारा की गयी पूछताछ में यह खुलासा किया था कि एनएसई में
सीईओ के पद पर रहने के दौरान वह हिमालय में रहने वाले एक योगी से एनएसई के
संबंध में निर्देश लेती थीं और उन्होंने योगी की ईमेल आईडी पर एनएसई की
जानकारियां भी मेल की हैं। चित्रा रामकृष्ण वर्ष 2013 से 2016 तक एनएसई की
सीईओ थीं।
सेबी ने हाल ही में चित्रा रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।
सूत्रों
के अनुसार, यह अज्ञात योगी संभवत: आनंद सुब्रमणियम ही थे, जिन्हें चित्रा
ही एनएसई में लेकर आयी थीं। आनंद सुब्रमणियम उस ईमेल आईडी का पासवर्ड जानते
थे, जिस पर चित्रा उस अज्ञात योगी को मेल भेजती थीं। चित्रा ने वर्ष 2014
से 2016 के बीच उक्त मेल आईडी भी मेल भेजा था।
चित्रा द्वारा भेजे
गये मेल में एनएसई की संगठनात्मक जानकारी, लाभांश परिदृश्य, वित्तीय
परिणाम, मानव संसाधन नीति, नियामक को भेजे गये जवाब आदि जानकारियां साझा की
गयी हैं।
संभावित अज्ञात योगी कहे जाने वाले सुब्रमणियम एनएसई के
मुख्य रणनीतिक सलाहकार नियुक्त किये गये थे। वह वर्ष 2013 से 2015 तक इस पद
पर रहे। इसके बाद वह ग्रुप ऑपरेटिंग अधिकारी और एमडी के सलाहकार नियुक्त
हुये। वह इस पद पर वर्ष 2015 से 2016 तक रहे।
बाल्मर एंड लॉरी में
मैनेजर के पद पर रहे सुब्रमणियम को पूंजी बाजार का कोई अनुभव नहीं था। उनकी
सैलरी 15 लाख प्रतिवर्ष से बढ़ाकर 1.68 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की गयी।
इसके बाद 2017 के अंतिम दौर में उनकी सैलरी बढ़ाकर 4.21 करोड़ रुपये कर दी
गयी।
--आईएएनएस
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