नई दिल्ली। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने नजफगढ़ नाले में हो रही मछलियों की मौत के मामले में प्रदूषण नियंत्रण अधिकारियों और जिला मजिस्ट्रेट के एक संयुक्त पैनल से कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। एनजीटी ने कहा है कि यह पता लगाने की जरूरत है कि दिल्ली के नजफगढ़ नाले में हाल ही में हुई मछलियों की मौत के लिए क्या हरियाणा के गुरुग्राम का प्रदूषण जिम्मेदार है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दरअसल, नजफगढ़ नाले के किनारे बड़ी संख्या में मरी हुई मछलियां पाई गई। नजफगढ़ नाला दिल्ली का सबसे बड़ा नाला है, यह ढांसा गांव के पास दिल्ली में बहते हुए यमुना में मिल जाता है।
नजफगढ़ नाले और साहिबी नदी के प्रदूषण के खिलाफ एक याचिका पर एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) आदर्श कुमार गोयल सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान एनजीटी ने यह टिप्पणी की।
ट्रिब्यूनल ने अपने आदेश में कहा कि उन्होंने मीडिया में आई खबरों पर विचार किया है कि नजफगढ़ नाले में मछलियों की मौत के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। हालांकि, यह पता लगाने की जरुरत है कि क्या गुड़गांव प्रदूषण स्थिति के लिए जिम्मेदार है।
ट्रिब्यूनल ने कहा, चूंकि वर्तमान मामले में, उठाया गया मुद्दा गुरुग्राम में प्रदूषण का है, हम सीपीसीबी, राज्य पीसीबी, आयुक्त नगर निगम, गुरुग्राम और जिला मजिस्ट्रेट, गुरुग्राम की एक संयुक्त समिति को इस पर एक रिपोर्ट पेश करने के निर्देश देते हैं। एक महीने के भीतर नजफगढ़ नाले में सीवेज और व्यापार अपशिष्ट के निपटान की एक तथ्यात्मक और कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएं।
मामले की अगली सुनवाई 12 सितंबर को होगी।
--आईएएनएस
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