नई दिल्ली। आज यानि 16 जुलाई को गुरु पूर्णिमा हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं। आज ही के दिन चार वेदों के व्याख्याता महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था इसलिए गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
देश के विभिन्न हिस्सों में शिष्य अपने गुरु की पूजा कर रहे हैं और उन्हें उपहार भी भेंट कर रहे हैं। शाम 4.30 बजे तक गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी। इसके बाद सूतक लग जाएगा। आषाढ़ पूर्णिमा को हर साल गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता हैं। वर्तमान समय में 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को जिस तरह से टीचर्स डे के रूप में मनाया जाता है।
प्राचीनकाल में गुरु पूर्णिमा उसी तरह से था। इस दिन वेदों के संकलनकर्ता और पुराणों के रचयिता कृष्णद्वैपायन महर्षि वेदव्यास जी का जन्मदिवस माना जाता है। पुराणों के रचनाकर होने के कारण इन्हें प्रथम गुरु होने का सम्मान मिला है।
गृह मंत्री अमित शाह ने मल्टी एजेंसी सेंटर का किया उद्घाटन
सलमान रुश्दी पर हमले के दोषी हादी मटर को 25 साल की जेल : "मैं मर रहा हूं" – अदालत में बोले रुश्दी
जेएनयू और जामिया के बाद एलपीयू ने भी तुर्की के संस्थानों के साथ समझौते रद्द किए
Daily Horoscope