यूरोपीय सांसदों के कश्मीर दौरे पर कई विपक्षों दलों ने विरोध जताया है। इसके जवाब में विदेश मंत्रालय ने कहा कि ये हमारा अधिकार है कि सिविल सोसाइटी के लोगों को वो आमंत्रित करे। कई बार लोग अपनी निजी यात्रा पर आते हैं। कई बार राष्ट्रीय हित में हम उनको आधिकारिक तौर पर अंगेज करते हैं, भले ही वे प्राइवेट विजिट पर क्यों न हों। यूरोपीय सांसदों ने भारत को जानने समझने की इच्छा जताई थी। जब उन्होंने अलग-अलग माध्यमों से संपर्क किया, उनमें विभिन्न विचारधारा के लोग थे। उन्हें कश्मीर जाने में सपोर्ट किया गया था।
पीएम मोदी के खिलाफ हमले में जनादेश की वैधता को नजरअंदाज कर रहा पश्चिमी मीडिया का एक वर्ग
नौकरियों के आंकड़े पिछले 6.5 वर्षों में लगातार वृद्धि, बेरोजगारी दर में गिरावट दिखाते हैं
राहुल अगर दो जगह से चुनाव लड़ते हैं तो क्या गलत है, मोदी ने भी ऐसा किया-वेणुगोपाल
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