नई दिल्ली। भारत ने मदर ऑफ ऑल अंडरवॉटर डिफेंस डील्स पर काम शुरू कर दिया। इससे समुंद्र में भारत की ताकत बढेगी। भारतीय नेवी की ताकत बढाने की दिशा में इसे मील का पत्थर माना जा रहा है। इस प्रोजेक्ट का नाम प्रोजेक्ट 75 इंडिया रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत भारत अगली पीढी की स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 70,000 करोड रुपए बताई जा रही है। साथ ही भारत के इस प्रोजेक्ट पर कई देशों की कंपनियों की नजर है। हांलांकि यह प्रोजेक्ट दस साल की देरी से शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट की जरूरत को नवंबर, 2007 में मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन तब से यह प्रॉजेक्ट फाइलों और कमिटियों में ही उलझा रह गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस वर्ष की शुरूआत में रक्षा मंत्रालय ने तय किया कि रणनीतिक साझेदारी की नीति के तहत यह पहला मेगा प्रॉजेक्ट शुरू किया जाएगा। अब इस प्रोजेक्ट की शुरूआत हो गई है। अब सबसे पहले फ्रांस, जर्मनी, रूस, स्पेन, स्वीडन और जापान की कंपनियों को उन्हें जारी किए गए आरएफआई का 15 सितंबर तक जवाब देना होगा। साथ ही इन देशों की 6 कंपनियों को आरएफआई जारी किए जाने से पहले नेवी की ओर से नेवल स्टाफ क्वॉलिटेटिव रिक्वायरमेंट्स बताई जाएंगी।
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