नई दिल्ली। भारत और जापान इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के विकास और अगली पीढ़ी की शून्य उत्सर्जन वाले वाहनों के विकास के लिए बातचीत शुरू करने पर मंगलवार को सहमत हुए हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बिजली मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, दोनों देशों ने यहां 9वीं भारत-जापान ऊर्जा वार्ता बैठक के खत्म होने के बाद एक संयुक्त व्यक्तव्य पर हस्ताक्षर किए गए। भारत और जापान दोनों ने परिवर्तनीय नवीकरणीय ऊर्जा की बेहतर पहुंच के लिए ग्रिड स्थिरता की प्रासंगिकता की सराहना की। दोनों देश ‘अगली पीढ़ी/शून्य उत्सर्जन वाहनों पर नीति वार्ता’ के साथ सहयोग करते हुए इलेक्ट्रिक वाहन (ईवीएस) के विकास की दिशा में बातचीत की पहल करने पर सहमति जताई।
इस बैठक की सहअध्यक्षा बिजली एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)आर. के. सिंह और जापान के आर्थिक, व्यापार एवं उद्योग मंत्री हिरोशिगे सेको ने की।
बयान में कहा गया है कि भारत और जापान दोनों देशों ने ऊर्जा मिश्रण में कोयला आधारित बिजली उत्पादन के निरंतर महत्व पर फिर जोर दिया और कोयला संचालित बिजली संयंत्रों के लिए पर्यावरणीय उपायों पर सहयोग को बढ़ावा देने पर भी सहमति व्यक्त की।
बिजली मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत और जापान ने ऊर्जा बाजार के बेहतर संचालन के संवद्र्धन के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और गंतव्य खंड की छूट के माध्यम से पारदर्शी और विविध तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) बाजार को बढ़ावा देने की पुष्टि की।’’
--आईएएनएस
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