समय मनुष्य का मित्र
और शत्रु दोनों ही है । अपनी मित्रता और शत्रुता का
परिचय समय ने वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 में लॉक-डाउन ला कर सिद्ध कर दिया
है|मित्रता केवल उस से निभाई जो रोज़मर्रा की ज़िंदगी में आवश्यक
था जैसे मेडिकल सेवाएँ और राशन आदि की दुकाने इत्यादि,
शत्रुता के चलते बाकी सब दुकानों पर ताले जड़ दिये | जिसका
प्रभाव सीधे तौर पर बाजार और आर्थिक व्यवस्था पर पड़ा । बरहाल
पटरी से उतरी व्यवसाय की माल गाड़ी को अभी पटरी पर लाने में काफी समय लगेगा । ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कोविड-19 के इस दौर
में बाजारो में भीड़ को नियंत्रण करने की वजह से छोटे उद्योगो की आय पर भी काफी हद
तक नियंत्रण कर लिया है | आज की विषम परिस्थितियों में
छोटे बड़े दोनों ही उद्योगपति हार मान चुके है |क्योंकि
व्यवसाय की पूरी कड़ी ही टूट चुकी है | कच्चा माल फ़ैक्टरी में
नहीं है माल है तो मजदूर नहीं है, और कुल मिल कर जैसे-तैसे
माल उपभोक्ता तक पहुँच भी जाए तो उपभोक्ता संक्रमण की वजह से लेने को तैयार नहीं है |
वाणिज्य एवं उद्योग
मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत 15 अप्रैल 2020 की रिपोर्ट के अनुसार भारत की आर्थिक
स्थिति का वित्तीय वर्ष 2019-2020 में ही चरमर्राने लग गई थी, रिपोर्ट के अनुसार मार्च, 2020 में 21.41
अरब अमेरिकी डॉलर का निर्यात हुआ, वहीं मार्च 2019 में हुए 32.72 अरब अमेरिकी डॉलर के निर्यात की तुलना
में 34.57प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि को दर्शाता है।
ऑन-लाइन
बिजनेस -जहां एक ओर एमएसएमई एवं लघु उद्योगों से जुड़ी
निजी, सार्वजनिक उपक्रम एवं अन्य संस्थान व्यापार एवं रोजगार से जूझने लगी है| समय समय पर सरकार द्वारा एमएसएमई क्षेत्र के लिए लागू विभिन्न योजनाओं का
कार्यान्वयन चुनौतीपूर्ण भी हो गया है |विभिन्न कंपनियों
द्वारा की जा रही छटनियों का प्रभाव व्यक्ति पर मानसिक और आर्थिक दोनों रूप से पड़ा
है |नया बिजनेस शुरू करने से पूर्व पर्याप्त धन का होना
जरूरी, धन ना भी हो तो, लोन ले लिया
जाता है | परंतु इन परिस्थितियों में बिजनेस लोन भी
मिल पाना मुश्किल है |ऑनलाइन बिजनेस प्रचलन के चलते
वर्तमान में हर कोई विभिन्न शॉपिंग ऐप एवं अपने निजी स्रोत्र से अपने बिजनेस को
स्थापित करने में लगे हुए है |बाजार में मंदी ने अपने पैर
जमाते हुए बाजार में प्रतिस्पर्धा को लगभग खत्म ही कर दिया है ।
ऑन-लाइन
शिक्षा - वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन पढ़ाई और बिक्री के चलते
बाजार में स्मार्ट मोबाइल फोन और लैपटॉप, कंप्यूटर की
मांग भी काफी हद तक बढ़ गई है, जिसका फ़ायदा
प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर इंटरनेट कंपनियों को हुआ है |
बच्चों को पढ़ने के लिए इलैक्ट्रोनिक वस्तुओं के साथ इंटरनेट की भी आवश्यकता है | इसके अत्याधिक प्रयोग से भी बच्चों में आँखों की समस्या होना सामान्य
होता जा रहा है, इसके साथ ही हर गरीब से गरीब माता-पिता के
लिए अपने बच्चे की पढ़ाई के लिए उपरोक्त इंतेजाम करना आनवशयक रूप से आवश्यक हो गया
है | बच्चों और बड़ों सभी के लिए विभिन्न प्रकार की ऑन-लाइन
क्लास जैसे खाना बनाना, लिखाई-पढ़ाई,
डांस, गाना, आर्ट एंड क्राफ्ट अन्य
अनेक प्रकार के प्लैटफ़ार्म तैयार हो कर बिजनेस का ही रूप ले चुके है |
हम संक्रमण से बचाव
के लिए जिस डिजिटल लेन-देन की दिशा में चल रहे है, उसका
भरपूर फ़ायदा बैंक और अन्य पेमेंट ऐप जरूर उठाती है | कैशबैक
के जाल में फंसा कर वह निश्चित लेनदेन के बाद आप से प्रत्येक लेनदेन का शुल्क ले लिया
जाता है |
पर्यटन वर्ग हाशिय पर आ पहुंचा है, अधिकत्तर सभी पर्यटन से संबन्धित लोग विशेषता: प्रभावित हुए है | लॉकडाउन में लोगो के पास पर्याप्त समय था परंतु उसका उपयोग यात्रा कर के
नहीं कर सके, जिससे होटल एवं अन्य दार्शनिक स्थल पर ताला लग
गया | इसका असर हमे इतने सालों में गंगा का साफ जल देख कर
मिला | इस दौरान जल एवं वायु दोनों ही प्रदूषण कम हुए |
भारत सरकार योजनाएँ -भारत सरकार
द्वारा व्यापार के माध्यम से आर्थिक स्थिति को पटरी पर लाने के लिए विभिन्न
योजनाएँ लाई गई है जैसे प्रधानमंत्री
मुद्रा लोन योजना,क्रेडिट
गारंटी फण्ड ट्रस्ट (सीजीटीएमएसई),प्रधानमंत्री
एम्प्लॉयमेंट जनरेशन प्रोग्राम (पीएमईजीपी),महिला
उद्यमी योजना,माइक्रो – क्रेडिट योजना,मुद्रा
कार्ड,क्रेडिट गारंटी फण्ड,इक्विपमेंट
फाइनेंस योजनाइत्यादि
| इन सभी योजनाओं के
माध्यम से सरकारी और गैर सरकारी बैंक
ग्राहक को बिजनेस लोन बेहद ही कम ब्याज दरों पर उपलब्ध करा रही है |
ग्राहक
को लुभाना -सभी व्यवसाय
वैश्विक महामारी कोरोना कोविड-19 की चपेट से उभरने के लिए एमएसएमई और एसएमई लोन
सरलता से बिना कुछ गिरवी रखें प्राप्त कर सकते है | बिजनेस को दुबारा पायदान पर लाने के लिए उपभोक्ता को सुरक्षा उपलब्ध करने
के साथ-साथ छोटे-छोटे बिजनेस प्लान द्वारा पहले व्यवसाय की मरम्मद कर ग्राहक को
लुभाने की योजना तैयार की जानी चाहिए जैसे होम डिलिवरी,
आकर्षक डिस्काउंट इत्यादि |
बिजनेस
प्लान - आज-कल बहुत से छोटे-छोटे बिजनेस प्लान
जैसे कि मास्क बनाने का काम बहुत ही प्रचलन में तरह तरह के मास्क के रंग और प्रिंट
हमें बाज़ारों में देखने में मिलेंगे इसके साथ ही होममेड चीजों का प्रचलन भी काफी
बढ़ गया | ऑन-लाइन मार्केटिंग
के साथ सभी जरूरी और गैर-जरूरी चीजों का
सरलता से उपलब्ध हो जाना, और इन छोटे बड़े बिजनेस को फ़ायदा
सीधे तौर पर आगामी त्योहारों के मौसम में देखने को मिल जाएगा |
कोविड-19 के
दौर में ऑन-लाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाना भी बिजनेस का रूप ले चुका है | हालांकि ऐसी कई प्रतियोगिता निशुल्क और शुल्क
दोनों प्रकार से उपलब्ध है | अंतत: कोविड-19 की मार से पीड़ित सभी व्यवसायों को भारत सरकार द्वारा लागू विभिन्न योजनाओं
या बिजनेस लोन ले कर ठीक किया जा सकता है |
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