नई दिल्ली। भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणियों ने न केवल देश के भीतर बल्कि कई इस्लामी देशों में उथल-पुथल मचा दी है। नूपुर शर्मा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है। शुक्रवार की नमाज के बाद देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें दो लोगों की मौत हुई और सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
योगी सरकार ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया।
पूरे मामले को लेकर भाजपा और विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी हैं।
इस मुद्दे पर आईएएनएस की ओर से सीवोटर द्वारा राष्ट्रव्यापी सर्वे किया गया। इस सर्वे के मुताबिक, अधिकतर भारतीयों का मानना है कि पार्टी अब इस मुद्दे का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ उठाने के लिए कर रही है।
सर्वे के दौरान 75 प्रतिशत लोगों ने कहा कि नुपुर शर्मा के विवादास्पद बयान का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जा रहा है, जबकि 25 प्रतिशत लोगों का कहना है कि इस मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जा रहा है।
चौंकाने वाली बात यह है कि एनडीए और विपक्ष, दोनों के समर्थकों ने माना कि इस मुद्दे पर खूब राजनीति हो रही है।
सर्वे के दौरान, एनडीए के 80 प्रतिशत और विपक्ष के 71 प्रतिशत समर्थकों ने कहा कि इस मुद्दे का इस्तेमाल सिर्फ राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है।
--आईएएनएस
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