नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का वित्त पोषण करने तथा विध्वंसक
गतिविधियों में संलिप्तता से जुडे मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए)
ने दो कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को आज दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय पर पेश
होने को कहा है।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
तहरीक-ए-हुर्रियत के फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा
कराटे’ और जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ को अन्य दस्तावेजों सहित कुछ बैंक
और संपत्ति के दस्तावेज लेकर एनआईए टीम के समक्ष पेश होने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि महीने के आरंभ में इसी टीम ने दोनों नेताओं से यहां लगातार
चार दिन पूछताछ की थी।
26/11 आतंकवादी हमले के बाद गठित केन्द्रीय
जांच एजेंसी ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, हुर्रियत
कांफ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी, और जम्मू और
नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम खान का नाम प्रारंभिक जांच में दर्ज किया है,
जिसके बाद यह पूछताछ हुई. खान को उस वक्त से गिलानी नेतृत्व वाली हुर्रियत
ने निलंबित कर दिया है.
यह मुकदमा आजतक पर दिखाए गए एक स्टिंग
ऑपरेशन हुर्रियत के आधार पर किया गया है। इसमें खान कथित रूप से यह स्वीकार
कर रहे हैं कि उन्हें हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों से
धन मिल रहा है।
डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’ और बाबा उर्फ ‘गाजी’ का भी
नाम प्रारंभिक जांच में है। कश्मीर में आतंकवाद के वित्त पोषण हेतु और घाटी
में अशांति फैलाने और पथराव करने के लिए हवाला और अन्य माध्यम से धन लेने,
एकत्र करने और उसे दूसरी जगह भेजने में कथित संलिप्तता को लेकर इन दोनों
से पूछताछ की जाएगी।
जेल में डालकर तोड़ना चाहते थे हौसला, मेरा हौसला सौ गुना बढ़ गया : केजरीवाल
एक बार फिर सत्य की हुई जीत : आम आदमी पार्टी
तेजस्वी यादव ने सीएम केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत का किया स्वागत
Daily Horoscope