नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि अगर विपक्ष जिम्मेदार हो तो, सदन चल सकता है। राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गोयल ने कहा कि सदन चलाना अगर सरकार की जिम्मेदारी है तो विपक्ष को भी सहयोग करना चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
संसद भवन परिसर में मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री और राज्य सभा में नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि अगर विपक्ष जिम्मेदार हो तो सदन चल सकता है। विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सांसद हंगामा करें, सदन और सभापति की गरिमा को ठेस पहुंचाएं और माफी मांगने को भी तैयार न हो , यह विपक्ष के गैर-जिम्मेदाराना रवैये को दिखाता है।
गोयल ने आगे कहा कि राज्य सभा के सभापति के कहने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने निलंबित सांसदों के नेताओं को बैठक के लिए बुलाया था, लेकिन ये बातचीत करने भी नहीं आए। मल्लिकार्जुन खड़गे के विपक्षी एकता तोड़ने के आरोप पर बोलते हुए गोयल ने कहा कि अगर उन्हें कोई सुझाव देना था तो बैठक में आकर देते। सरकार अन्य दलों को भी बुला लेती।
कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा के 2010 के उदाहरण को मानने की सलाह पर प्रतिक्रिया देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि 2010 में भाजपा का कोई भी सांसद निलंबित नहीं हुआ था, लेकिन फिर भी विपक्ष के नेता के तौर पर उस समय अरुण जेटली ने सांसदों के व्यवहार के लिए कई बार खेद व्यक्त जताया था। उन्होंने कहा कि सांसदों ने भी व्यक्तिगत रूप से उस समय माफी मांगी थी।
मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय संसदीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने दावा किया कि भारत के संसदीय इतिहास में 1962 से लेकर अब तक कई बार सांसदों को निलंबित किया गया है और लगभग हर बार माफी मांगने के बाद ही निलंबन वापस हुआ है।
--आईएएनएस
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