नई दिल्ली। मई में हुए लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार का सबसे बड़ा फैसला जम्मू कश्मीर को लेकर माना जा रहा है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह फैसला भाजपा के लिए 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र और हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में ट्रम्प कार्ड साबित हो सकता है। सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने इंडिया टुडे के साथ इंटरव्यू में कश्मीर सहित विभिन्न मसलों पर सवालों के जवाब दिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण स्थिति है। एक भी जगह कफ्र्यू नहीं है। सिर्फ 6 थानों में धारा 144 है। सेब का कारोबार आराम से चल रहा है। रोड पर यातायात चल रहा है। मस्जिदों में लोग प्रार्थनाएं भी कर रहे हैं। मेरा मानना है कि 370 के कारण जम्मू कश्मीर में विकास नहीं हो पाया था, भ्रष्टाचार काफी हुआ था।
इसकी जिम्मेदारी किसी की भी तय नहीं थी। 370 हटने के बाद अब वहां नीचे तक विकास पहुंचेगा। कुछ सांसदों ने संसद में कहा था कि रक्तपात होगा, खून की नदियां बहेंगी। मगर जम्मू कश्मीर में ऐसा कुछ नहीं हुआ। 370 के कारण वहां जनता का कुछ भला नहीं होता था, कुछ गिने-चुने नेताओं को 370 से फायदा होता था, ये बात अब स्पष्ट हो गई है।
हर देश का अपना एक व्यू होता है। दुनिया के सिर्फ तीन देशों ने 370 हटाने पर चुनिंदा सवाल उठाए हैं। बाकी पूरी दुनिया 370 हटाने में भारत के पक्ष में रही है और माना है कि ये भारत का आंतरिक मामला है। ये भारत की बड़ी कूटनीतिक सफलता है। भाजपा की नरेन्द्र मोदी सरकार ये मानती है कि ये देश की सीमाओं के अंदर कानून बनाना और उसको सही प्रकार लागू करना हमारा अधिकार है।
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