नई दिल्ली। बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए स्थिति सामान्य होने का नाम नहीं ले रही हैं। सोशल मीडिया में जो तस्वीरें इन दिनों भारत-बांग्लादेश बॉर्डर से आ रही हैं वो अपने आप में काफी डराने वाली हैं। इन तस्वीरों को देखकर ये अंदाजा लगाना बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है कि वहां अल्पसंख्यकों के लिए हालात कितने खराब हो चले हैं। बांग्लादेश में प्रदर्शनकारी लगातार हिंदुओं के घरों और मंदिरों को टार्गेट कर रहे हैं। ऐसे में वहां रहने वालों को जब कुछ समझ आ रहा है तो वो जान बचाने के लिए भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर मदद की उम्मीद के साथ पहुंच रहे हैं।
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बंगाल के कूचबिहार और जलपाईगुड़ी के दूसरी तरफ हजारों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय( विशेष कर हिंदू) के लोग जमा हैं। इन हालातों को देखते हुए BSF को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बीएसएफ के जवान कड़ी निगरानी रख रहे हैं। भारतीय क्षेत्र में स्थानीय ग्रामीण हिंदू बांग्लादेशियों का स्वागत करने को तैयार हैं लेकिन फिलहाल जवानों ने किसी भी तरह के घुसबैठ को लेकर रोक लगाई हुई है।
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने इस मामले में कहा है कि मोदी सरकार ने मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति गठित की है। उन्होंने कहा कि समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ कम्युनिकेशन चैनल बनाए रखेगी, ताकि वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों, हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अमित शाह ने कहा है कि हम वहां बात कर ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि किसी भी अल्पसंख्यक के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाए।
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