नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा में गुरुवार दोपहर उत्तरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रदूषित हवा दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों ने यह खुलासा किया। ग्रेटर नोएडा राष्ट्रीय राजधानी से 60 किलोमीटर दूर है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ग्रेटर नोएडा, जिसमें आवासीय और औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं, 309 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के वायु गुणवत्ता सूचकांक को दर्ज किया, जबकि दिल्ली ने 243, गाजियाबाद ने 283, गुरुग्राम ने 263, नोएडा और फरीदाबाद ने क्रमश: 283 और 264 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया।
इसके अलावा, आगरा का एक्यूआई 22, हिसार का 270, लखनऊ का 284, मेरठ का 246, पानीपत का 192, सोनीपत का 183 और रोहतक 243 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड कर रहा है।
0-5 की सीमा के भीतर एक्यूआई अच्छा माना जाता है, जबकि 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब और 401-500 गंभीर माना जाता है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के 'सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च' के अनुसार, दिल्ली में अगले दो दिनों तक एक्यूआई के खराब से सामान्य श्रेणी में रहने की संभावना है।
--आईएएनएस
लोकसभा की 102 सीटों के लिए मतदान जारी, आठ केंद्रीय मंत्री, पूर्व राज्यपाल, दो पूर्व मुख्यमंत्री मैदान में
पीएम मोदी ने मतदाताओं से भारी संख्या में मतदान कर नया रिकॉर्ड बनाने की अपील की
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में किया मतदान, लोगों से की वोट डालने की अपील
Daily Horoscope