नई दिल्ली। कोरोनावायरस से निजात पाने के लिए लोग इसकी वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी टीकाकरण अभियान के लिए कमर कस रही है और इसका उद्देश्य है कि शहर के सभी स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण पांच दिनों में पूरा कर लिया जाए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दिल्ली सरकार के कोविड-19 टास्कफोर्स के एक सदस्य ने बुधवार को यह जानकारी दी।
दिल्ली सरकार पहले चरण में 51 लाख लोगों को कोरोनावायरस वैक्सीन देगी। दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों को वैक्सीन देने के लिए पूरा इंतजाम कर लिया है। तीन तरह के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी। इनमें हेल्थ वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर और बीमारियों से ग्रस्त लोगों को प्राथमिकता मिलेगी।
दिल्ली सरकार पहले चरण में तीन लाख स्वास्थ्यकर्मियों, छह लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स और 42 लाख उन लोगों को वैक्सीन देगी, जो गंभीर बीमारी से ग्रस्त हैं। इनमें उनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक और 50 वर्ष से कम भी हो सकती है।
दिल्ली सरकार के कोविड-19 टास्कफोर्स की सदस्य और आईसीएमआर की सलाहकार डॉ. सुनीला गर्ग ने आईएएनएस को बताया, "पांच दिनों में तीन लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को टीका मिलेगा। यह हमारा लक्ष्य है। हम पूरी प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करना चाहेंगे।"
डॉ. सुनीला ने कहा कि राजधानी में 603 कोल्ड चेन प्वाइंट हैं और 1,000 टीकाकरण स्थल 48 सरकारी अस्पतालों, 120 निजी अस्पतालों और मोहल्ला क्लीनिकों में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन 1,000 साइटों पर हर दिन 100 लोगों को टीका लगाया जाएगा। डॉ. सुनीला ने कहा कि उन्हें कम से कम हर दिन एक लाख लोगों का टीकाकरण तो करना ही होगा।
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार जरूरत के मुताबिक टीकाकरण के बिंदु (वैक्सीनेशन प्वाइंट) भी बढ़ाएगी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में मैनपावर और टीमों की संख्या के लिए कहा था कि शहर को वैक्सीन के प्रशासन की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों और श्रमिकों को इस कार्य के लिए चिह्न्ति और प्रशिक्षित किए जाने पर भी जोर दिया। केजरीवाल ने कहा कि इस प्रक्रिया के लिए प्रत्येक टीम में पांच लोग होंगे।
डॉ. गर्ग ने कहा, "हमने टीकाकरण प्रक्रिया के लिए लगभग 3,500 स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को प्रशिक्षित किया है। प्रशिक्षण मंगलवार को संपन्न हुआ।"
दिल्ली सरकार के अनुसार, कोरोनावायरस वैक्सीन केवल उन लोगों को दिया जाएगा, जिनका पंजीकरण किया गया है। उन लोगों से एसएमएस के जरिए संपर्क किया जाएगा और उन्हें वैक्सीन रोलआउट के संबंध में पूरी जानकारी दी जाएगी।
एक व्यक्ति को वैक्सीन की दो खुराक मिलेंगी, जिसका अर्थ है कि 51 लाख लोगों को 1,02,00,000 खुराक देने की जरूरत होगी। दिल्ली सरकार के पास 74 लाख खुराक के लिए कोल्ड स्टोरेज की क्षमता है, जिसे उसने जल्द ही 1,15,00,000 खुराक की क्षमता के साथ बढ़ाने का वादा किया है।
केंद्र सरकार ने पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को टीका लगाने की योजना बनाई है। कोरोनावायरस वैक्सीन सबसे पहले हेल्थ केयर और फ्रंट लाइन वर्कर्स और 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को दी जाएगी।
भारत में इस समय आठ कोविड-19 वैक्सीन मंजूरी पाने की कतार में हैं, जिनमें तीन स्वदेशी टीके शामिल हैं और ये क्लिनिकल परीक्षणों के विभिन्न चरणों में हैं। उम्मीद है कि जल्द ही प्राधिकरण के लिए यह तैयार हो जाएंगी।
--आईएएनएस
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