चेन्नई। गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड के पायलटों के लिए, ऐसा लगता है कि उनका नियोक्ता 'नो गो एयरलाइन' है और यह दौड़ जारी है कि एयर इंडिया में कौन सवार होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
संयोग से, गो एयरलाइंस का ब्रांड गो फस्र्ट है और पायलटों के लिए यह 'गेट अवेय फर्स्ट' लगता है।
एक वरिष्ठ पायलट ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, "गो एयरलाइंस के पायलट अनुभवी हैं और वे उड़ान भरने के लिए तैयार हैं। यह एयर इंडिया के लिए अच्छी पकड़ होगी।"
उनके अनुसार, हायरिंग एयर इंडिया, विस्तारा और एयरएशिया के लिए नहीं बल्कि एयर इंडिया के लिए होगी।
अधिकारी ने कहा, "आखिरकार विस्तारा और एयरएशिया का एयर इंडिया में विलय हो सकता है। इसलिए वहां जाकर एयर इंडिया में वापस आने का कोई मतलब नहीं है।"
रिपोटरें के अनुसार, एयर इंडिया ने गो एयरलाइंस से बड़ी संख्या में आवेदकों के कारण एयरबस ए320 पायलटों के लिए गुरुग्राम में वॉक-इन इंटरव्यू एक दिन बढ़ा दिया है।
वाडिया ग्रुप की गो एयरलाइंस ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के साथ एक स्वैच्छिक दिवाला याचिका दायर की है और कुछ समय के लिए अपनी उड़ानें बंद कर दी हैं।
कहा जा रहा है कि इंडिगो एयरलाइंस को भी गो एयरलाइंस के पायलटों के आवेदन मिल रहे हैं।(आईएएनएस)
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