नई दिल्ली। उद्योग संगठन एसोचैम ने संभावित वैश्विक व्यापार-संग्राम से भारत की अर्थव्यवस्था को भी नुकसान होने की आशंका जताई है। एसोचैम के मुताबिक, आयात शुल्क को लेकर शुरू हुई लड़ाई अगर पूरी तरह व्यापारिक संग्राम का रूप लेती है तो भारत पर भी इसका समानांतर असर होगा और देश का निर्यात प्रभावित होने के साथ-साथ चालू खाते के घाटे पर दबाव रहेगा और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) घट जाएगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एसोचैम ने कहा कि भारत पर भले ही सीधा प्रभाव बहुत ज्यादा पहीं पड़े, लेकिन समग्र रुझान पर खराब असर के रूप में सामानांतर नुकसान जरूर होगा। एसोचैम के महासचिव डी.एस. रावत ने कहा, ‘‘चाहे भारत अपने आयात को लेकर प्रतिक्रियात्मक कार्रवाई करे, लेकिन हमारे निर्यात पर इसका ज्यादा असर होगा, क्योंकि विदेशी विनिमय दर में भी अस्थिरता बढ़ेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें संगत योजना तैयार करनी होगी, जिसमें प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ द्विपक्षीय व्यापार खोलने और विश्व व्यापार संगठन के नियमों का अनुपालन करने संबंधी सावधानी बरतने की जरूरत है।’’ बाजार में भरोसे की कमी की स्थिति में विदेशी निवेशक अपने पैसे निकालेंगे, जिससे डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आएगी।
--आईएएनएस
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