नई दिल्ली । व्यापार और ऊर्जा
क्षेत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विदेश मंत्री एस. जयशंकर 10 से 13
अक्टूबर तक किर्गिस्तान, कजाकिस्तान और आर्मेनिया की यात्रा करेंगे।
विदेश मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी बयान के मुताबिक, जयशंकर का पहला
पड़ाव 10 से 11 अक्टूबर तक किर्गिस्तान का है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
विदेश मंत्री के तौर
पर जयशंकर का इस देश का पहला दौरा होगा। बयान में कहा गया है कि वह
राष्ट्रपति सदिर जापारोव से मुलाकात करने के अलावा विदेश मंत्री रुस्लान
कजाकबायेव के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।
बयान में कहा गया है कि यात्रा के दौरान कुछ समझौतों और ज्ञापनों (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
11
से 12 अक्टूबर तक, जयशंकर नूर-सुल्तान में एशिया में बातचीत और विश्वास
निर्माण उपायों के सम्मेलन की छठी मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए
कजाकिस्तान में होंगे।
कजाकिस्तान सीआईसीए फोरम का वर्तमान अध्यक्ष और इनिशिएटर है।
जयशंकर
के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने और
कजाकिस्तान के नेतृत्व से मुलाकात करने की भी उम्मीद है।
उनका अंतिम पड़ाव 12 से 13 अक्टूबर तक आर्मेनिया का होगा।
बयान में कहा गया है कि स्वतंत्र आर्मेनिया के लिए भारत के किसी विदेश मंत्री की यह पहली यात्रा होगी।
वह अपने अर्मेनियाई समकक्ष के साथ बैठक करेंगे और साथ ही प्रधानमंत्री और नेशनल असेंबली के अध्यक्ष से भी मुलाकात करेंगे।
मंत्रालय
के बयान के मुताबिक, "यह यात्रा तीनों देशों के साथ हमारे द्विपक्षीय
संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने के साथ-साथ क्षेत्र के विकास पर
विचारों को साझा करने का अवसर प्रदान करेगी। यह हमारे 'विस्तारित पड़ोस'
में देशों के साथ हमारे बढ़ते जुड़ाव की निरंतरता होगी।"
--आईएएनएस
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