नई दिल्ली। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने झारखंड व महाराष्ट्र के चुनावाें की घोषणा से पहले प्रेस कांफ्रेंस में हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के सभी मतदाताओं को उनके उत्साहपूर्ण मतदान के लिए बधाई दी। इस अवसर पर, चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र की भावना को ऐतिहासिक बताया, जहां भारी संख्या में मतदाताओं ने अपनी भागीदारी से चुनावों को सफल बनाया।
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आयोग ने कहा, "जम्मू-कश्मीर की जनता ने लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी से न केवल अपने अधिकारों का प्रयोग किया है, बल्कि इसने लोकतंत्र की मजबूत नींव भी रखी है।" उन्होंने यह भी बताया कि भारत हर चुनाव में वैश्विक मानकों को स्थापित कर रहा है और इस बार के चुनावों में दिखाए गए जज्बे को लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
भारी भागीदारी : चुनाव आयोग ने जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर मतदान की सराहना की और इसे जम्हूरियत के जश्न के रूप में देखा।
नई योजनाएं और उम्मीदें : इस जनादेश ने नई योजनाओं और विकास की संभावनाओं को उजागर किया, जिससे राज्य की राजनीतिक दिशा में बदलाव की उम्मीद जगी है।
डेमोक्रेटिक जर्नी : आयोग ने अपने संकल्प को दोहराते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक यात्रा जनता के हाथों में है और चुनावी प्रक्रिया में उनकी भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है।
चुनावों के दौरान चुनौतियां : आयोग ने चुनाव घोषणा के समय से उठाए गए कदमों और सुरक्षा उपायों की चर्चा की, जिसमें चुनावों के दौरान हिंसा, पुनः मतदान, और सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने की प्रतिबद्धता शामिल थी।
आतंकी खतरे का सामना : उन्होंने चुनाव से पहले के सुरक्षा चिंताओं का भी उल्लेख किया, जब आतंकी हमले बढ़ रहे थे, और इस संदर्भ में आयोग की योजनाओं का जिक्र किया।
आयोग ने आश्वासन दिया कि सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए वे पूरी तैयारी के साथ काम कर रहे हैं, और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि लोकतंत्र की इस यात्रा में कोई रुकावट न आए।
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