नई दिल्ली । प्रवर्तन निदेशालय
(ईडी) ने बुधवार को केरल में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के चार ठिकानों पर
विदेशी फंडिंग से जुड़े एक मामले में छापेमारी की।
एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि ईडी को पीएफआई द्वारा विदेशी मार्गों से
कथित तौर पर प्राप्त धन के बारे में महत्वपूर्ण इनपुट प्राप्त हुए थे। केरल
के कुछ लोग जो विदेश में रह रहे हैं, वे भी जांच के घेरे में हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक सूत्र ने कहा, "जो लोग हमारे रडार पर हैं, उन्हें भी तलब किया जाएगा।"
ईडी
की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए, पीएफआई के मोहम्मद साकिब ने कहा कि
वे इस मामले पर टिप्पणी करने के लिए अपडेट का इंतजार कर रहे है।
उन्होंने कहा कि हम अपडेट का इंतजार कर रहे हैं, तस्वीर साफ होने के बाद हम टिप्पणी कर पाएंगे।
पीएफआई के एक अन्य अधिकारी सलीम ने कहा कि उन्हें चल रही चीजों के बारे में जानकारी नहीं है।
जानकारी
के मुताबिक, पीएफआई के चार सदस्य अतीक-उर-रहमान, सिद्दीकी, मसूद अहमद और
आलम को हाल ही में पिछले साल 5 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने मथुरा से
गिरफ्तार किया था। उन पर यह आरोप लगाया गया था कि हाथरस बलात्कार और हत्या
मामले के बाद वे कथित तौर पर राज्य में दंगे भड़का रहे थे।
उत्तर
प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि पूछताछ के दौरान चारों ने सरेंडर कर दिया
था, और कबूल किया था कि कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के महासचिव, जो कि पीएफआई की
छात्र शाखा है, उसने उन्हें आर्थिक मदद की और कथित तौर पर राज्य में दंगा
भड़काने में उनकी मदद की थी।
आरोप है कि रऊफ के विदेशी संबंध हैं
जिसके जरिए दूसरे सदस्यों को पैसे भेजे जा रहे थे। ईडी ने उत्तर प्रदेश
पुलिस मामले के आधार पर वर्तमान में मामला दर्ज किया था।
--आईएएनएस
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