नई दिल्ली। एनसीपी को छोड किसी भी राजनीतिक दल ने चुनाव आयोग की ओर से
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेडछाड करके दिखाने के चैलेंज को
आवेदन नहीं किया है। चुनाव आयोग की ओर से राजनीतिक दलों को शुक्रवार शाम
पांच बजे तक एक्सपर्ट के नाम देने का समय दिया था।
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चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि एनसीपी चुनाव आयोग की ईवीएम चुनौती में
भाग लेने की इच्छुक एक मात्र पार्टी है और इसके अलावा किसी राजनीतिक दल ने
आवेदन नहीं किया है।
चुनाव आयोग ने गुरूवार देर शाम को बताया था कि अब तक किसी पार्टी ने किसी
जानकार को ईवीएम चुनौती स्वीकार करने के लिए नामित नहीं किया है। बीती 20
मई को आयोग ने घोषणा की थी कि 3 जून से ईवीएम चैलेंज हो रहा है जिसके लिए
26 मई तक पार्टियां तान जानकारों को नामित कर सकती हैं।
बता दें, चुनाव आयोग को लिखे खत में आप ने कहा कि उसने हैकाथन का वादा किया
था लेकिन नियम और कायदे के साथ। इसमें कहा गया, हैकरों को किसी भी तंत्र
की सुरक्षा को परखने के लिये आमंत्रित किया जाता है जो किसी भी उपलब्ध
उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऎसी नैतिक हैकिंग ग़डबडयों को समझने में
मदद मिलती है, जिससे भविष्य में उन्हें दूर किया जा सके। उसने आpर्य जताया
कि चुनाव आयोग क्यों क्यों देश की चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के
लिये एक ओपन हैकाथन के लिये तैयार नहीं है।
चुनाव आयोग द्वारा चुनौती में आप की ईवीएम के मदरबोर्ड से छेडछाड की इजाजत
की मांग को खारिज किये जाने के बाद पार्टी ने मुख्य निवार्चन आयुक्त नसीम
जैदी को यह खत लिखा है। उसने पूछा, चुनाव आयोग बिना किसी रोक टोक के हैकाथन
कराने से दूर क्यों भाग रहा है।
चुनाव आयोग ने ईवीएम में ग़डब़डी की शिकायतों के मद्देनजर सभी मान्यता
प्राप्त राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की चुनौती देते हुये ऎसा कर
दिखाने को आमंत्रित किया है।
ईवीएम को हैक करने की 3 जून से शुरू हो रही
चुनौती के लिये सभी सात राष्ट्रीय दलों और 49 राज्य स्तरीय दलों को
आमंत्रित किया गया था। गत शनिवार (20 मई) को आयोग ने ईवीएम में गडबडी करने
के राजनीतिक दलों के आरोपों को खुली चुनौती दी थी।
इससे पूर्व की खबर...
आप को नहीं दी EVM मदरबोर्ड में हेरफेर की अनुमति...
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) को ईवीएम चुनौती के दौरान मदरबोर्ड में हेरफेर करने की अनुमति देने की मांग ठुकरा दी। चुनाव आयोग की यह प्रस्तावित चुनौती तीन जून को होनी जा रही है। इसके लिए आयोग ने सात राष्ट्रीय और 48 क्षेत्रीय पार्टियों को आमंत्रित किया है। गुरुवार देर रात तक किसी भी दल ने अपना आवेदन नहीं सौंपा। आवेदन सौंपने की आज (शुक्रवार को) अंतिम तारीख है।
आयोग ने गुरुवार को कहा कि आंतरिक सुरक्षा में बदलाव किया गया तो ईवीएम अपनी मौलिकता खो देगी। आप ने बुधवार को कहा था कि ईवीएम चैलेंज के लिए कोई दिशानिर्देश तय नहीं किया जाएं। पार्टी ने कहा कि जो भी मशीन को हैक करने की योजना बनाएगा वह आयोग द्वारा तय नियम के अनुसार नहीं चलेगा। आयोग ने कहा है कि दिल्ली विधानसभा के भीतर प्रदर्शित मशीन ईवीएम के जैसी दिखती थी। यह मशीन आयोग द्वारा इस्तेमाल में लाई जा रही मशीन नहीं थी। आयोग ने आप से कहा, ‘इस तरह के बाहरी या डुप्लीकेट गजेट का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए। हमारे बुद्धिमान नागरिकों को ईवीएम की जांच के लिए गुमराह और प्रभावित नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि ऐसे गजेट आयोग के नहीं होते हैं।’
आयोग ने क्यों किया इन्कार
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