वहीं, इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर बे्रंट क्रूड का अगस्त वायदा
3.78 फीसदी की बढ़त के साथ 75.81 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। विदेशी
बाजारों से तेजी के संकेत मिलने से भारतीय वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी
एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर भी कच्चे तेल के भाव में जोरदार तेजी दर्ज की गई।
एमसीएक्स पर जुलाई वायदा 179 रुपये यानी 3.98 फीसदी की बढ़त के साथ 4,675
रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ जबकि वायदा सौदा 4,506 रुपये पर खुलने के बाद
4,488 रुपये तक फिसला था। ये भी पढ़ें - क्या आपकी लव लाइफ से खुशी काफूर हो चुकी है...!
उन्होंने बताया भारत में कच्चे तेल की
रोजाना खपत 45 लाख बैरल है जिसका 83 फीसदी आयात किया जाता है और भारत
द्वारा कुल आयातित कच्चे तेल का 83 फीसदी आयात ओपेक देशों से होता है। ऐसे
में अगर ओपेक और रूस की अगुवाई में सहयोगी देश अगर कच्चे तेल का उत्पादन
बढ़ाता है तो निस्संदेह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में कमी
आएगी जिसका फायदा भारत को मिलेगा।
नरेंद्र तनेजा ने कहा कि कच्चे
तेल के भाव में कमी आएगी मगर 2015-206 की स्थिति की वापसी नहीं हो सकती जब
तेल का भाव अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 30 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आ गया
था। तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की वेबसाइट के अनुसार,
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में शनिवार को पेट्रोल की कीमतें क्रमश:
75.93 रुपये, 78.61 रुपये, 83.61 रुपये और 78.80 रुपये प्रति लीटर और डीजल
की कीमतें क्रमश: 67.61 रुपये, 70.16 रुपये, 71.87 रुपये और 71.36 रुपये
प्रति लीटर दर्ज की गई।
--आईएएनएस
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