नई दिल्ली । राष्ट्रीय राजधानी में
पुलिस ने नोवेल कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन से संभावित लड़ाई लड़ने
के लिए कमर कस ली है।
विशेष सीपी (कल्याण) शालिनी सिंह ने बुधवार को सभी जिला और इकाई प्रमुखों
और अन्य हितधारकों के साथ बैठक की, ताकि ओमिक्रॉन के संभावित सामुदायिक
फैलाव के मद्देनजर समग्र तैयारियों की जांच की जा सके। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अधिकारी ने
पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य कल्याण पर दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश आशाना
द्वारा हाल ही में जारी संशोधित एसओपी का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया।
संशोधित एसओपी के तहत, डीसीपी और यूनिट प्रमुखों को नोडल स्वास्थ्य अधिकारी (एनएचओ) के रूप में नामित किया गया है।
एनएचओ
को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि निरीक्षक या उससे ऊपर के
रैंक का कोई अधिकारी व्यक्तिगत रूप से अस्पताल में भर्ती कर्मियों या उनके
परिजनों से तब तक मिले जब तक वह फिट नहीं हो जाता। बाहरी मामले के मामले
में, बीमार व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
सुनिश्चित की जानी चाहिए।
दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने
नवीनतम निर्देशों के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा कि रोहिणी और
शाहदरा में सभी आठ वेलनेस सेंटर और दो कोविड देखभाल केंद्र किसी भी
चिकित्सा आपात स्थिति के लिए सक्रिय किए जाएंगे।
--आईएएनएस
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