नई दिल्ली। दिल्ली बेबी केयर अस्पताल अग्निकांड के बाद अब अधिकारियों पर गाज गिरनी शुरू हो चुकी है। इस मामले में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ओएसडी डॉ. आरएन दास को उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सस्पेंड कर दिया है।
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उपराज्यपाल की ओर से कार्रवाई निजी नर्सिंग होम के अनियमित और अवैध रजिस्ट्रेशन में कथित भूमिका को देखते हुए की गई है। आरएन दास को सीएम अरविंद केजरीवाल का नजदीकी अधिकारी बताया जाता है। दास के निलंबन के बाद दिल्ली बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को घेरना शुरू कर दिया है।
एलजी की कार्रवाई के बाद मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "एलजी साहब को मालूम ही नहीं है, मेरे स्वास्थ्य विभाग ने उनके अधीन आने वाले दिल्ली पुलिस विभाग को 18 अप्रैल को ही हीट वेव की एडवाइजरी भेजी थी। केंद्र सरकार के सभी अस्पतालों को भी भेजी थी। 27 मई को मैंने रिव्यू लिया, और फिर से सभी विभागों को एडवाइजरी भेजी है। इतने बड़े पद पर आपके सलाहकार आपको सही सलाह नहीं दे रहे हैं। नकारात्मकता की तरफ दिल्ली को ले जा रहे हैं।"
इस मामले में भाजपा का कहना है कि अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है क्योंकि ऊपर से नीचे तक के सभी अधिकारी जो भ्रष्टाचार के खेल में शामिल थे, उनके निलंबन की मांग भाजपा और तेज करेगी। इस हत्याकांड में जो भी शामिल हैं, उन सबके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो, उसके लिए भाजपा लगातार लड़ती रहेगी। यह सिर्फ अभी शुरुआत है, लेकिन दिल्ली को इस तरह से अग्नि की भट्टी में जलाने वाले, भ्रष्टाचार को अपनी आय का साधन बनाने वाले हर उस आदमी के खिलाफ पार्टी तब तक लड़ती रहेगी जब तक उन सबके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती।
--आईएएनएस
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