नई दिल्ली। कांग्रेस को एक बार फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी। लगातार दूसरी बार उसका खाता भी नहीं खुला। ऐसे में कांग्रेस का पिछले तीन-चार राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में मिली सफलता का जश्न फीका पड़ गया। इस बीच कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको के एक बयान ने खलबली पैदा कर दी है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चाको ने कहा कि कांग्रेस का पतन वर्ष 2013 में शुरू हो गया था, जब शीला दीक्षित मुख्यमंत्री थीं। एक नई पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) के उदय ने कांग्रेस के पूरे वोट बैंक को छीन लिया। हम इसे कभी वापस नहीं पा सके। वोट बैंक अभी भी आप के साथ बना हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने चाको पर निशाना साधते हुए कहा कि हार के लिए दिवंगत शीला दीक्षित को जिम्मेदार ठहराना दुर्भाग्यपूर्ण है।
वे एक बेहतरीन राजनीतिज्ञ और प्रशासक थीं। सीएम के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान राजधानी की तस्वीर बदली और कांग्रेस पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुई। उन्होंने पूरा जीवन कांग्रेस और दिल्लीवासियों को समर्पित कर दिया।
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