उल्लेखनीय है कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश से सटीं लगभग 15 सीटें ऐसी हैं,
जहां जाट वोट बहुलता में है। जजपा इन्हीं सीटों पर फोकस कर रही है। दिल्ली
मे भाजपा और इनेलो ने 1998 का विधानसभा चुनाव मिलकर लड़ा था। उस समय इनेलो
को नजफगढ़, महिपालपुर और बवाना सीटें दी गई थीं।
हालांकि इनेलो एक भी सीट
जीत नहीं पाई थी। लेकिन 2008 में नजफगढ़ से इनेलो ने जीत हासिल की थी।
दुष्यंत को लगता है कि बाहरी दिल्ली में वह बेहतर कर सकते हैं और इसीलिए
भाजपा भी उन्हें भाव दे रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की 70 सीटों के लिए
मतदान आठ फरवरी को होना है और नतीजे 11 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
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