नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। वे दूषित हवा से बेहाल हैं। वाहनों के लिए 4 से 15 नवंबर तक लागू की गई ऑड-ईवन स्कीम भी कारगर साबित नहीं हो रही है। हालांकि प्रदूषण की वजह एक बार फिर पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा व पंजाब के किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली को बताया जा रहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली में दोबारा वायु प्रदूषण के पैर पसारने पर स्वत: संज्ञान लिया। कोर्ट ने सरकार सहित अन्य जिम्मेदार विभागों की खिंचाई की है। कोर्ट ने कहा कि समाधानों का क्रियान्वयन ठीक तरीके से नहीं करने के कारण दिक्कत है।
इच्छाशक्ति की कमी साफ नजर आ रही है। अगर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है तो सभी को इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी, जिनमेंं नागरिक भी शामिल हैं। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। एअर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) डाटा के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली की हवा और जहरीली हो गई।
कोरोना वैक्सीन का दूसरा चरण शुरू, वरिष्ठ नागरिकों को लगे टीके
प्रशांत किशोर पंजाब के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार नामित, कांग्रेस को जिताएंगे 2022 की बाज़ी
गोयल बोले, 'सरकारी खरीद में कचरा न आए, अच्छी क्वालिटी की माल बिकेगा'
Daily Horoscope