उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा, निजी निवेश में कॉरपोरेट ऋण उतार-चढ़ाव के रूप
में कई बाधाएं आ रही है। बैंकों का एनपीए (फंसा हुआ कर्ज) बढ़ता जा रहा
है। साथ ही कई नियामक और नीतिगत चुनौतियां भी हैं।’’ ये भी पढ़ें - इस गांव में अचानक लग जाती है आग, दहशत में लोग
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एंड रिसर्च (इंड-रॉ) के प्रमुख अर्थशाी सुनील कुमार सिन्हा ने एक बयान में
कहा, ‘‘लगातार दूसरे महीने आईआईपी में उच्च एकल अंकों की वृद्धि दर रही
है, जो कि उत्साहजनक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में
घटकर 5.07 फीसदी रही है, जो पिछले महीने दर्ज 5.21 फीसदी से कम है, लेकिन
आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) के लक्ष्य 4 फीसदी से अधिक है।’’
--आईएएनएस
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