नई दिल्ली । ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ
इंडिया (डीसीजीआई) ने शुक्रवार को एक बड़ा कदम उठाते हुए हैदराबाद स्थित
वैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक को भारत में अपनी इंट्रानैसल कोविड बूस्टर
खुराक के लिए क्लिनिकल ट्रायल (नैदानिक परीक्षण) करने की अनुमति दी।
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एम्स दिल्ली समेत नौ अलग-अलग जगहों पर क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा।
वैक्सीन
निर्माता ने उन लोगों के लिए बूस्टर खुराक का प्रस्ताव रखा था, जिन्हें
पहले से ही कोविशील्ड और कोवैक्सीन के टीके लगाए जा चुके हैं।
राष्ट्रीय
दवा नियामक ने कहा, वैक्सीन के साथ क्लिनिकल परीक्षण करने की अनुमति देने
का मतलब यह नहीं है कि वैक्सीन से उत्पन्न क्लिनिकल ट्रायल डेटा के आधार
पर, इस वैक्सीन को देश में बाजार में बेचने की अनुमति स्वत: ही दी जाएगी।
भारत
बायोटेक की योजना उन दोनों तरह के लोगों पर क्लिनिकल परीक्षण करने की है,
जिन्होंने कोविशील्ड या कोवैक्सीन वैक्सीन शॉट लिए हैं। सूत्रों के अनुसार,
आधे ऐसे व्यक्तियों पर परीक्षण किया जाएगा, जिन्होंने कोविशील्ड प्राप्त
की है, जबकि अन्य आधे ऐसे लोग परीक्षण से गुजरेंगे जिन्हें कोवैक्सीन की
खुराक दी गई है।
दूसरे वैक्सीन शॉट और इंट्रानैसल बूस्टर खुराक के बीच लगभग छह महीने के अंतराल की उम्मीद है।
इंट्रानैसल वैक्सीन में कथित तौर पर नए कोविड वैरिएंट को फैलने से रोकने की क्षमता है।
--आईएएनएस
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